Role of SIMU
1.स्ट्रेटेजिक इ्न्फारमेशन एवं सेन्टीनलसर्वेलेंस की वार्षिक कार्य योजना के लिये समस्त घटकों से इनपुटप्राप्त कर योजना तैयार करना एवं परियोजना संचालक के अनुमोदन केपश्चात्राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन प्रेषित करना।
2.राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन से प्राप्त स्वीकृत कार्य योजना अनुसार कार्यवाही सुनिश्चित करना।
3.सिम्स आनलाईन सॉफ्टवेयर की त्रुटिपूर्ण एवं अपूर्ण रिपोर्ट को त्रुटिरहित एवं पूर्ण करवाने के लिए संबंधित रिपोर्टिंग यूनिट से संपर्क करना।
4.संबंधित घटकों को प्रत्येक माह का सिम्स आनलाईन सॉफ्टवेयर का रिपोर्टिंग स्टेटस उपलब्ध करना एवं शेष रही रिपोर्ट की इंन्ट्री करवाना।
5.रिपोर्ट को एकजाई कर प्रत्येक माह उसे संबंधित घटक को उपलब्ध करना।
6.महत्वपूर्ण इंडिकेटरों पर आधारित डाटा एनालेसिस संबंधित घटको को प्रत्येक माह उपलब्ध कराना।
7.घटकों द्वारा समय—समय पर आयोजित होने वाली समीक्षा बैठकों में सिम्स का डाटा उपलब्ध कराना।
8.समीक्षा बैठकों में लक्ष्य एवं उपलब्धी के साथ हीअपूर्ण एवं त्रुटिपूर्ण रिपोर्ट को सुधरवाना।
9.सिम्स में नवीन यूजर बनाना, अकार्यरत यूनिट को डिएक्टिवेट करना, संचालन में आ रही कठिनाई दूर करना एवं यूजर के अनुरोध पर संबंधित माह की रिपोर्ट एव पासवर्ड रिसेट करना।
10.ए.एन.सी., एच.आर.जी. एवं जेल सेन्टीनल सर्वेलेंस के लिये आवश्यक कंज्यूमेबल्स आदि का क्रय उपार्जन शाखाकी सहायता करना।सेन्टीनलसर्वेलेंस हेतु संबंधित साईट के अधिकारियों/कर्मचारियों हेतु प्रशिक्षण आयोजित करना।विभिन्न साईट हेतु निर्धारित फार्मेट तैयार करना।
11.सेन्टीनलसर्वेलेंस हेतु स्टेट सर्वेलेंस टीम का गठन करना एवं मॉनिटरिंग विजिट हेतु उन्हें साईट्स आवंटित करना। इस हेतु राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन, नेशनल एड्स रिसर्च इंस्टीट्यूट (नारी) पूना के साथ समन्वय करना।
12.रिपोर्टिंग यूनिट के कर्मचारियों को सिम्स आनलाईन सॉफ्टवेयर एवं पाल्स सॉफ्टवेयर का प्रशिक्षण प्रदान करना।
13.एड्स नियंत्रण समिति के विभिन्न घटकों जैसे आई.ई.सी., एन.जी.ओ. टी.आई. आदि द्वारा समय—समय पर आयोजित कार्यक्रम जैसे लोक कला दलोंका प्रस्तुतीकरण आदि की मॉनिटरिंग हेतु जाना।
14.परियोजना संचालक एवं अन्य अधिकारियों द्वारा समय—समय पर सौंपेगए कार्यों को पूण करना।
 
सेन्टीनलसर्वेलेंस

एच.आई.वी. सेन्टीनलसर्वेलेंस राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन के अंतर्गत एक वर्ष केअंतराल से आयोजित की जातीहै।इसकेअंतर्गत एक समूहविशेष के निर्धारित ब्लड सेम्पल लेकर उनकाएच.आई.वी. टेस्टकिया जात है।सेम्पल लेने के पूर्व एक डाटा फार्म संबंधित क्लाईन्ट से प्रश्न पूछकर भरवाया जाता है।सर्वेलेंस निम्नलिखित तीन समूहों में आयोजित किया जाता है :—

1.ए.एन.सी. एच.आई.वी. सेन्टीनलसर्वेलेंस
2.एच.आर.जी.एच.आई.वी. सेन्टीनलसर्वेलेंस
3. जेलएच.आई.वी. सेन्टीनलसर्वेलेंस
 

ए.एन.सी. एच.आई.वी. सेन्टीनलसर्वेलेंस :— इसमें गर्भवती महिलाओं के ब्लड सेम्पल लिए जाते है। इसका सेम्पल साईज 400 का निर्धारित है।यह 1 जनवरी से 31 मार्च तक एक वर्ष के अंतराल से आयोजित किया जाता है।इसअवधि में एच.एस.एस. साईट पर आयीगर्भवती महिलाओं से एक प्रश्न पूछकर डाटा फार्म भरा जाता है व इसके पश्चात् उनका ब्लड सेम्पल लिया जाता है।भरे हुए डाटा फार्म को म.प्र. के लिए निर्धारित रीजनल इंस्टीट्यूट नेशनल एड्स रिसर्च इंस्टीट्यूट (नारी) पूना प्रेषित किया जाता है जहां पर इसकी डाटा इंन्ट्री की जाती है।डाटा फार्म में किसी प्रकार का नाम, पता या अन्य कोई व्यक्तिगत जानकारी नहीं भरी जाती है।फार्म में कोड भरा जाता है।डाटा फार्म भरने के पूर्वप्रतिभागी की सहमति ली जाती है कि वहइस सर्वे में भाग लेने हेतु तैयार है।ब्लड सेम्पल को प्रदेश की निर्धारित स्टेट रिफरेंस लैब प्रेषित किया जाता है जहां पर उसकी जॉच की जाकर उसके परिणाम नारी पूना प्रेषित किये जाते हैं। नारी पूना द्वारा डाटा फार्म एवं परीक्षण के आधार पर अंतिम परिणाम तैयार किया जाता है।संपूर्ण डाटा राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको) प्रेषित किया जाता है एवं नाको द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर इसका आंकलन कर एक रिपोर्ट तैयार की जाती है एवं समस्त प्रदेशों को प्रेषित की जाती है।

 
एच.आर.जी. एच.आई.वी. सेन्टीनलसर्वेलेंस :—

इसके अंतर्गत उच्च जोखिम समूहों के ब्लड सेम्पल लिए जाते हैं। उच्च जोखिम समूहों के अंतर्गत ्फीमेल सेक्सवर्कर, आई.डी.यू., एम.एस.एम., ट्रकर्स एवं माईग्रेंट आते हैं। जिसमें एफ.एस.डब्ल्यू, एम.एस.एम. एवंआई.डी.यू. कोर ग्रुप में वट्रकर्स एवं माईग्रेंट ब्रिज पापुलेशन में आते हैं।इसमें प्रदेश में संचालित टारगेटेड इंटरवेशंन एन.जी.ओ. में से चयनित एन.जी.ओ. टी.आई. में यह गतिविधि संचालित की जाती है।इसमें सेम्पल साईज 250 का एवं समय तीन माह का निर्धारित रहता है।इसमें सेम्पल लेने का तरीका भिन्न होता है।एन.जी.ओ. टी.आई. की संपर्ण लाईन लिस्ट नारी पूना प्रेषित की जाती है।नारी पूना द्वारा रेंडम चयन किया जाकर 250 क्लाईन्ट्स की लिस्ट वापस संबंधित एन.जी.ओ. टी.आई. को प्रषित की जाती है।इसी लिस्ट के आधार पर ब्लड सेम्पल लिए जाते हैं।इस समूह में ड्राइ डब्लड सेम्पल (डी.बी.एस.) कार्ड पर सेम्पल लिए जाते हैं।सेम्पल लिए जाने के पूर्व डाटाफार्म भी प्रतिभागी से प्रश्न पूछकर भरा जाता है।डाटाफार्म नारीपूना डाक द्वारा प्रेषित किए जाते हैं।डाटाफार्म में किसी प्रकार का नाम, पता या अन्य कोई व्यक्तिगत जानकारी नहीं भरी जातीहै।फार्म में कोड भरा जाता है।डाटाफार्म भरने के पूर्व प्रतिभागी की सहमति ली जाती है कि वह इस सर्वे में भाग लेने हेतु तैयार है।निर्धारित प्रक्रिया द्वारा ब्लड सेम्पल डी.बी.एस. कार्ड पर लिया जाता है एवं उसे सुरक्षित रखा जाता है।सेम्पल सूख जाने के पश्चात इसे निर्धारित डी.बी.एस. टेस्टिंग लैब प्रेषित किया जाता हैं जहां पर इसकी जॉच की जाकर परिणामों से नारीपूना को अवगत कराया जाता है।नारीपूना द्वारा डाटाफार्म एवं परिणामों की डाटा इंन्ट्री कर अंतिम परिणामों से राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन को अवगत कराया जाता है।नाकोद्वारा समस्त प्रदेशों के डाटा को एकजाई कर एक रिपोर्ट तैयार की जाती है एवं इसे समस्त प्रदेशों को प्रेषित किया जाता है।

 
जेलएच.आई.वी. सेन्टीनलसर्वेलेंस :—

राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको) द्वारा वर्ष 2019 में जेले में परिरूद्ध कैदियों के मध्यएच.आई.वी. सेन्टीनलसर्वेलेंस आयोजित किये जाने के निर्देश दिए। प्रदेश में तीन केन्द्रीय जेलों क्रमश: भोपाल, इंदौर एवं जबलपुर का चयन इस हेतु किया गया। उक्त तीनों जेलों में परिरूद्ध समस्त कैदियों की सूची नारीपूना प्रेषित की गयी।नारीपूना द्वारा रेंडम चयन कर 400 कैदियों की लिस्ट वापस संबंधित केन्द्रीय जेलों को प्रेषित की गयी।इसी लिस्ट के आधार पर ब्लड सेंम्पल लिए गए एवं डाटाफार्म प्रतिभागियोंसे प्रश्न पूछ कर भरे जाते हैं।भरे हुए डाटाफार्म को नारीपूनाप्रेषित किया जाता है।डाटाफार्म में किसी प्रकार का नाम, पता ा अन्य कोई व्यक्तिगत जानकारी नहीं भरी जाती है।फार्म में कोड भरा जाता है।डाटाफार्म भरने के पूर्व समस्त प्रतिभागियों से उनकी सहम ति ली गयी कि वे इस सर्वे में शामिल होने के लिये तैयार हैं।ब्लड सेम्पलों को प्रदेश की निर्धारित स्टेट रिफरेंस लैब भेजा गया जहां पर उनका टेस्ट किया गया एवं परिणामों से नारीपूना को अवगत कराया गया। नारीपूना द्वारा डाटाफार्म एवं टेस्ट के परिणामों की डाटा इंन्ट्री करअंतिम परिणामों सेना कोअवगत कराया जाता हैं।नाको द्वारा समस्त प्रदेशों के परिणामों को एकजाई कर एक रिपोर्ट राष्ट्रीयस्तर की तैयार कर प्रदेशों को प्रषित की जाती है।